यह घोटाला मुख्यतः 2018 से 2022 के बीच चलाया गया। "Nexa Evergreen" नाम से फर्जी निवेश योजना चलाई गई, जिसमें धोलेरा स्मार्ट सिटी के नाम और प्रधानमंत्री के विकास-विजन का दुरुपयोग कर देशभर के निवेशकों को निशाना बनाया गया।
एजेंट नेटवर्क के ज़रिए अलग-अलग राज्यों में "सस्ते प्लॉट" और "पक्का रिटर्न" जैसी स्कीमें बेची गईं। कई लोग यह मानकर जुड़ गए कि वे सरकार-समर्थित प्रोजेक्ट का हिस्सा बन रहे हैं।
स्कैम में कौन-कौन शामिल था?
• मुख्य रूप से Nexa Evergreen Group, उसके डायरेक्टर्स और एजेंट/ब्रोकर नेटवर्क।
• लोकल एजेंट्स को हर निवेश पर कमीशन—तेज़ी से नए निवेशक जोड़ने का दबाव।
• फर्जी वेबसाइट्स, ग्लॉसी ब्रोशर, नकली साइट विज़िट्स से "गवर्नमेंट अप्रूवल" का भ्रम।
स्कैम कैसे चलाया गया और लोग कैसे फंसे?
• "धोलेरा स्मार्ट सिटी" के नाम पर कम दाम पर प्लॉट और "गारंटीड रिटर्न" का लालच।
• नकली साइट विज़िट्स/फोटो से वैधता दिखाना, RERA-अप्रूवल का झांसा।
• पुराने निवेशकों को थोड़ा रिटर्न देकर नए निवेशक जोड़ना—Ponzi-style मॉडल।
स्कैम का खुलासा कैसे हुआ?
• 2022 के अंत–2023 की शुरुआत में रिटर्न/एलॉटमेंट रुकने पर देशभर से शिकायतें।
• EOW में केस दर्ज; जांच में नो-लैंड, नो-RERA, नो-गवर्नमेंट अप्रूवल उजागर।
• ED ने फंड-ट्रेल पर कार्रवाई, बैंक अकाउंट्स/एसेट्स फ्रीज़; कई गिरफ्तारियाँ।
धोलेरा स्कैम की मुख्य बातें
• कुल ठगी: ₹2,700+ करोड़
• प्रभावित निवेशक: 70,000+
• अवधि: 2018–2022
• मुख्य इकाई: Nexa Evergreen Group
• जांच एजेंसियाँ: EOW, ED
क्या Nexa Evergreen प्रोजेक्ट असली था?
• नहीं। ज़मीन पर ऐसा कोई वैध प्रोजेक्ट मौजूद नहीं था।
• RERA रजिस्ट्रेशन नहीं, सरकारी मंज़ूरी नहीं, लैंड-डॉक्यूमेंट्स संदिग्ध।
• नए निवेशकों के पैसों से पुराने को भुगतान—क्लासिक Ponzi मैकेनिज़्म।
क्या सीखना चाहिए?
• निवेश से पहले RERA नंबर और लैंड टाइटल की लीगल वेरिफिकेशन अनिवार्य।
• "अनरियलिस्टिक रिटर्न" व "गवर्नमेंट-टैगलाइन" से सावधान रहें।
• हज़ारों परिवारों की सेविंग्स प्रभावित; मार्केट-ट्रस्ट को चोट।
• जेन्युइन डेवलपर्स को क्रेडिबिलिटी साबित करने में अतिरिक्त मेहनत।
निष्कर्ष
धोलेरा स्मार्ट सिटी एक वास्तविक, सरकार-समर्थित मेगा-प्रोजेक्ट है; लेकिन ऐसे घोटाले चेतावनी देते हैं कि बड़े वादों के पीछे ठोस सबूत ज़रूरी हैं। अगर आप धोलेरा में सुरक्षित व समझदारी से निवेश करना चाहते हैं, तो पहले Dholera Properties जैसे भरोसेमंद स्रोतों पर प्रोजेक्ट-डिटेल्स/अपडेट्स जाँचें—ताकि आपका निवेश सेफ़ और फ्यूचर-रेडी हो।
Dholera Investment Scam: ₹2,700 Cr Ka Khulasa
Timeline: 2018–2022. "Nexa Evergreen" naam se fake investment plan chalaaya gaya—Dholera Smart City ke brand aur PM vision ka galat istemaal karke pan-India investors ko target kiya gaya.
Dholera Smart City is real and government-backed—but scams like "Nexa Evergreen" prove why verification is non-negotiable. Genuine, future-ready investments ke liye pehle Dholera Properties par project details/updates check karo—taaki aapka investment safe aur smart rahe.